कोयले के प्रकार
- एन्थ्रेसाइट (90% कार्बन, Smokeless Coal भी कहा जाता है) (सर्वोच्च गुणवत्ता)
- बिटुमिनस (80% कार्बन) (सामान्य उपयोग)
- लिग्नाइट (40-50% कार्बन, इसे भूरा कोयला भी कहते हैं) (निम्न गुणवत्ता)
कोयले के सबसे बड़े उत्पादक राज्य
- झारखंड
- उड़ीसा (ओडिशा)
- छत्तीसगढ़
- पश्चिम बंगाल
कोयले की प्रमुख खदानें
- पश्चिम बंगाल में रानीगंज (1774 में सर्वप्रथम यहीं से कोयला उत्खनन प्रारम्भ हुआ। यह भारत की सबसे बड़ी कोयला खदान है)
- आसनसोल (पश्चिम बंगाल)
- झारखण्ड में – झरिया, बोकरो, गिरिडीह, रामगढ़, करनपुरा, औरंगा, डाल्टनगंज
- ओडिशा में - तलचर और ब्राह्मणी नदी घाटी
- मध्य प्रदेश में - सोन नदी घाटी, उमरिया, सोहागपुर, सिंगरौली, तातापानी, रामकोला
- बिहार में – ललमटिया
🏭 कोयला उद्योग का राष्ट्रीयकरण:
1972 व 1973 में कोयला उद्योग का राष्ट्रीयकरण किया गया। सार्वजनिक उद्योग की 2 कम्पनियों को कोयला उद्योग की जिम्मेदारी सौंपी गई:
- CIL (Coal India Limited) - जो विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कम्पनी है
- Singareni Collieries
लिग्नाइट की भारत में प्रमुख खदानें
- नेवेली (तमिलनाडु)
- अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड)
- मेघालय
🌿 पर्यावरण संरक्षण:
विगत वर्षों में पर्यावरण मंत्रालय ने कोयला खदानों को 2 श्रेणियों में वर्गीकृत किया: GO और NO GO. NO GO श्रेणी की खदानों में कोयले का उत्खनन प्रतिबंधित कर दिया गया।
- यह उद्योगों का आधार है।
- लोहे के मूलतः 2 अयस्क हैं: 1. हेमेटाइट और 2. मैग्नेटाइट
लोहा उत्पादन में अग्रणी राज्य
- ओडिशा
- छत्तीसगढ़
- कर्नाटक
झारखण्ड और गोवा भी लोहा उत्पादन में अग्रणी हैं।
लोहे की प्रमुख खानें
- छत्तीसगढ़ में - बेलडिला और डल्ली राजघरा, रायगढ़, बिलासपुर, सरगुजा
- ओडिशा में - क्योंझर, बरमजादा, गुरु महिसानी, सुलेपात, बादामपहाड़
- झारखण्ड में - सिंह भूमि और डाल्टन गंज
- कर्नाटक में - बाबा बूदन की पहाड़ियाँ
- गोवा में - रत्नागिरी, कुद्रेमुख।
- पेट्रोलियम को Rock oil भी कहा जाता है।
- सर्वप्रथम 1859 में पेन्सिलवनिया (USA) में इसकी खोज की गई।
- 1867 में माकूम (असम) में पहला तेल कुंआ खोजा गया।
- 1890 में डिग्बोई (असम) में तेल के कुएँ की खोज की गयी। यह भारत का सबसे पुराना तेल कुआँ है।
- आजादी तक मात्र असम ही तेल उत्पादक राज्य था।
- 1960 में अंकलेश्वर (खम्भात की खाड़ी) में तेल की खोज की गई।
- 1975 में बॉम्बे हाई में तेल उत्पादन प्रारम्भ हुआ। यह भारत के अनन्य आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone या EEZ) में स्थित है।
- यह भारत का सबसे बड़ा तेल उत्पादक क्षेत्र है जहाँ से कुल उत्पादन का 40% तेल प्राप्त किया जाता है।
🌊 अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ):
EEZ समुद्र के उस भाग को कहते हैं जिसके आर्थिक रूप से दोहन के लिए किसी राज्य विशेष को कुछ विशिष्ट आर्थिक अधिकार प्रदान किए गए हों।
तेल उत्पादक राज्य
- असम सबसे बड़ा तेल उत्पादक राज्य है
- राजस्थान का दूसरा स्थान है
असम में तेल उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र
- डिग्बोई
- नाहरकटिया
- शिवसागर
- तिनसुकिया
- हगरीजान मोरान
- बदरपुर
- पथरिया
- मसीमपुर
ब्रह्मपुत्र और सुरमा नदी घाटियाँ तेल उत्पादन के लिए जानी जाती हैं।
कोयले की तरह पेट्रोलियम भी अवसादी चट्टानों में पाया जाता है।
🛢️ New Exploration Licensing Policy (N.E.L.P):
1999 में इसकी शुरुआत की गई। इसके तहत भारत के विभिन्न भू-भागों को ब्लॉक के रूप में आवंटित करके तेल खोज के अवसर प्रदान किए गए।
- ONGC और Cairn Energy को बाड़मेर में तेल उपलब्ध हुआ - मंगला, सरस्वती, रागेश्वरी, ऐश्वर्या इस क्षेत्र के प्रमुख तेल कुँए हैं।
- Reliance को कृष्णा-गोदावरी बेसिन में तेल उपलब्ध हुआ। इसे भारत का सबसे बड़ा तेल भण्डार कहा जा रहा है। धीरुभाई अम्बानी के नाम पर इन कुओं को D1, D2-------D6 कहा जाता है।
यूरेनियम
यूरेनियम नाभिकीय ऊर्जा का स्रोत है। इसको Yellow Cake भी कहते हैं।
भारत में इसके स्रोत सीमित हैं।
प्रमुख स्थान:
- झारखण्ड में जादूगोड़ा
- छत्तीसगढ़ में सरगुजा
- राजस्थान में उदयपुर
- आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में साकर खान (तुमलापल्ली में विशाल भंडार की खोज हुई है)।
लद्दाख और खासी में भी यूरेनियम का पता चला है।
सोना (Gold)
भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक और उपभोक्ता है। परन्तु भारत में मात्र 2 टन सालाना सोने का उत्पादन होता है।
प्रमुख खानें:
- कर्नाटक में रायचूर जिले की कोलार व हट्टी खान
- आंध्र प्रदेश में रामगिरि
थोरियम
थोरियम मोनाजाइट के रूप में तटीय क्षेत्रों में उपलब्ध है। इसका प्रयोग यूरेनियम-233 प्राप्त करने में किया जा सकता है, जिसे तीसरे चरण के परमाणु रिएक्टर में प्रयोग किया जाएगा।
भारत में लगभग 50,000 टन मोनाजाइट भण्डार है, जो 300 वर्षों के लिए ऊर्जा आवश्यकता पूरा कर सकता है।
प्रमुख उत्पादक राज्य:
- आंध्र प्रदेश
- तमिलनाडु
- ओड़िशा
- केरल
- पश्चिम बंगाल
- बिहार
| खनिज |
प्रमुख उत्पादक राज्य/स्थान |
| हीरा |
पन्ना (मध्य प्रदेश) और कालिंजर (उत्तर प्रदेश) |
| सिलिका सैंड |
उत्तर प्रदेश (प्रथम स्थान), राजस्थान (दूसरा स्थान)
नोट: Optical fibre के निर्माण में प्रयोग किया जाता है, जो संचार क्रांति का आधार है |
| ताँबा |
सिंहभूमि (झारखण्ड), बालाघाट (मध्य प्रदेश), खेजड़ी (राजस्थान) |
| अभ्रक |
आंध्र प्रदेश, राजस्थान, झारखण्ड
नोट: कोडरमा (झारखण्ड) अभ्रक की प्रसिद्ध खान है। इसे Insulator के रूप में प्रयोग किया जाता है |
| सोरा या साल्ट पिटर |
बिहार व पंजाब
नोट: इसका प्रयोग बारूद बनाने में किया जाता है |
| एस्बेस्टॉस |
राजस्थान |
| जिप्सम |
राजस्थान, तमिलनाडु |
| सीसा व जस्ता |
राजस्थान, गुजरात
नोट: राजस्थान की जावर खान जस्ता-सीसा उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है |
| सेलखड़ी |
राजस्थान, उत्तर प्रदेश |
| टिन |
छत्तीसगढ़ |
| निकिल |
ओडिशा (क्योंझर, सुकिंदा और मयूरभंज निकिल की प्रमुख खानें हैं) |
| ग्रेफाइट |
ओडिशा |
| डोलोमाइट |
आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा |
| इल्मेनाइट |
केरल, ओडिशा, तमिलनाडु |
| चूना पत्थर |
आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश |
| बाल क्ले |
राजस्थान |
| पन्ना |
राजस्थान |
| फेल्सपार |
राजस्थान |
| कोबाल्ट |
राजस्थान, केरल |
| टंगस्टन |
राजस्थान की देगाना खान |
| पाइराइट |
बिहार, राजस्थान |
| बॉक्साइट |
ओडिशा, राजस्थान, छत्तीसगढ़ |
| बैराइट |
आंध्र प्रदेश की कड़प्पा जिले की मंगमपेड खान (विश्व में सबसे बड़ी) |
| क्रोमाइट |
आंध्र प्रदेश(मुख्य उत्पादक), कर्नाटक |
| चाँदी |
राजस्थान |
| फायर क्ले |
गुजरात, बिहार |
| मैंगनीज |
ओड़िशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश |
| ग्रेनाइट |
तमिलनाडु (मुख्य रूप से), कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, राजस्थान |